1 month ago
सच ....
लिखा तो सच है ....
चाँद सा है तू...
लड़ाई जारी हैं,वक्त से, भाग्य से, अपनें आप से..!– विद्यार्थी जीवन
मेरे मसले अलग है दुनिया से ...
अब कहने को कुछ नहीं है...
एक मंज़िल के बारे में सोच आगे बढ़ रहे हैं...
बस इतना ही काफी है
ताकत की जरूरत तभी होती हैजब कुछ बुरा करना हो ...
याद करना किस्से हमारे तुम बैठ कर मुस्कुराना...
अच्छे जरूर बने,लेकिन साबित करने में अपना समय ना गंवाए!
हज़ार चाहने वालों में से एक निभाने वाला बेहतर होता है।
जो था अच्छा था, जो है बेहतर है, जो मिलेगा बेहतरीन होगा !
॥ कालः सत्यं वदति ॥समय आपको सत्य से अवगत करा ही देता है !- गीता ज्ञान
मैं तुझे फिर मिलूंगा...
कब तक कहते रहोगे 'कोई बात नहीं यार होता रहता है'
अब तो बस अच्छी लगती है तन्हाई...
किसी का होके कहता है मुझे तुम याद आते हो...
शिकायतों की भी इज्जत है... ,हर किसी से नहीं की जाती... ।– अज्ञात